उनकी यादों की बूँदें बरसी जो फिर से,
जिन्दगी की मिट्टी महकने लगी है।
*
आज बारिश में तुम्हारे संग नहाना हैं,
सपना ये मेरा कितना सुहाना हैं,
बारिश के कतरे जो तेरे होंठों पे गिरे,
उन कतरों को अपने होंटों से उठाना हैं.
आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया
ख़त्म सभी का इंतज़ार हो गया
बारिश की बूंदे गिरी इस तरह से
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया.
*
मेरी महफ़िल में नज़्म की इरशाद अभी बाकी है,
कोई थोड़ा भीगा है, पूरी बरसात अभी बाकी है।
किसी का तुझ को छू लेना मुझे अच्छा नहीं लगता ।
*
कहीं फिसल ना जाओ ज़रा संभल के रहना,
मौसम बारिश का भी है और मुहब्बत का भी.
*
सुना है बारिश में दुआ क़बूल होती है
अगर हो इज्जाजत तो मांग लू तुम्हे ?
ये दिल बारिश की बूंदों की तरह गिरता रहता है,
तुम गुजर जाते हो लेकिन फिर भी तड़प जारी है।
*
“खयालो मे वही, सपनो मे वही,
लेकिन उनकी यादों मे हम थे ही नही,
हम जागते रहे दूनिया सोती रही,
एक बारिश ही थी, जो हमारे साथ रोती रही ।"
*
भला काग़ज़ की इतनी कश्तियाँ हम क्यों बनाते हैं,
न वो गलियाँ कहीं हैं अब न वो बारिश का पानी है.
*
पहली बारिश का नशा ही कुछ अलग होता है
पलको को छूते ही सीधा दिल पे असर होता है !
*
मौसम चल रहा है इश्क का साहिब
जरा सम्भल कर के रहियेगा !
*